Sunday, May 16, 2010

खंड -खंड पाखण्ड

'एक घंटे में तकदीर बदल दूँगा ' , ;खुला चैलेन्ज ' , 'दुआ भी तकदीर बदल सकती है ' , 'ए टू जेड समस्या का समाधान ', ' मौत को छोड़कर सभी कठिन से कठिन समस्याओं का गारंटी से समाधान ', आदि शीर्षक वाले विज्ञापन आपने अवश्य किसी न किसी अखबार में पढ़े होंगे या फिर किसी ट्रेन या शौचालय में चिपके हुए देखे होंगे . इन्हें पढकर जब कोई व्यक्ति इन ढोंगी बाबाओं के पास जाता है तो वहीं से उसकी उल्टी गिनती शुरू हो जाती है . ये विज्ञापन देने वाले ज्यादातर पाखंडी पता है कौन हैं ? एक नंबर के अनपढ़ , गंवार और आपराधिक प्रष्ठभूमि के लोग . इनमे से ज्यादातर 'बाबा ' मेरठ या आसपास के क्षेत्रों के रहने वाले हैं. इनका मकसद सामने वाले की मजबूरी का फायदा उठाना होता है. ये कथित बाबा शराब, शबाब और कबाब के शौक़ीन होते हैं. मुंबई में इनमे से कई पाखंडियों की लाखों , करोड़ों की प्रोपर्टी है , जो सीधे सादे लोगों को ठगकर बनाई गयी है. अगर इनका रिकार्ड खंगाला जाए तो पता चलेगा कि ये बहुत मामूली पढ़-लिखे या बिलकुल नहीं पढ़े होते हैं. छोटे- मोटी जादू ( साइंस फिक्सन जैसे पानी मारकर आग जला देना इत्यादि ) सीखकर ये अपना ऑफिस डाल देते हैं, अखबार और टीवी में विज्ञापन देकर ये परेशान लोगों को और भी परेशान करने की दूकान खोल लेते हैं. इनकी अकड और आपराधिक इतिहास की वजह से कोई इनकी शिकायत भी नहीं कर पाता , और जब कोई ज्यादा परेशान व्यक्ति पुलिस थाणे में शिकायत कर भी दे तो ले देकर ये मामला सुलझा लेते हैं , लेकिन बात जब हद से गुजर जाए और कोई अच्छा पुलिस अधिकारी या शिकायतकर्ता इनसे भीड़ जाए तो इनकी नानी भी याद आ जाति है. मुंबई और आसपास के इलाकों में अब तक कई पाखंडियों को धोखाधड़ी से लेकर बलात्कार और क़त्ल के आरोप में कई बार पकड़ा गया है . पता चला है कि कुछ इलाकों में ये ढोंगी बाकायदा पुलिस को हफ्ता पहुचाते हैं, जिस कारण इनकी शिकायतें बहुत कम दर्ज हो पाती हैं.बुलंद हौसलों के साथ ये अपनी धोखाधड़ी की दूकान चलाते रहते हैं.इनके पास आने वालों में महिलाओं का प्रतिशत ज्यादा होता है , ज्यादातर महिलाओं अपनी सास , सौतन या पति से परेशान होती हैं वे इन लोगों को अपने वश में करने के लिए ' बाबा ' की दुकानों के चक्कर काटती हैं, 'बाबा' इनसे अच्छी खासी रकम वसूलकर अपना उल्लू सीधा कर लेते हैं, जब महिला काम न होने का ताना देती हैं , अपने पैसे वापस मांगती हैं तो ये उन्हें उलटे ब्लेकमेल करने लगते हैं, उसके परिवार को राज का पर्दाफ़ाश करने की धमकियाँ देते हैं, इस कारण वे चुप होने में ही अपनी भलाई समझती हैं. कुछ 'बाबा' ऐसी मजबूर औरतों का शारीरिक शोषण भी करते हैं. जो लोग अपनी प्रेमिकाओं को वश में कराने आते हैं वे भी इसी समस्या का शिकार बनते हैं, काम न होने पर जब वे अपनी दी हुई रकम वापस मांगते हैं तो उन्हें भी बदले में धमकियाँ ही मिलती हैं. कुछ लोग ऐसे होते हैं जिनसे ये पाखंडी बाबा ऊँट की बलि या गैंडे की बलि देने की बात करते हैं. उलझन में फंसने की बजाय वे रकम बाबाओं को दे देते हैं और आराम से गाँव घोमोमने चले जाते हैं . अपने शिकार से ये उलटा आने -जाने का भाडा भी वसूल लेते हैं , गाँव से वापस आकार ये बता देते हैं कि वह बलि देकर आ गया है . अब काम हो या न हो , इनके पास जवाब होता है- ' पैसे हमने तो नहीं लिए थे, वो तो बलि दी गयी थी, अब क्या करें , चलो फिर एक अनुष्ठान करते हैं ) इस तरह मुंबई जैसे शहर में भी इनका लूट खसोट का काम बिना किसी रोकटोक चल रहा है . एक बार तो पुलिस सख्ती में आई थी, सब बाबाओं के ऑफिस हटवा दिए थे मगर हफ्ता देकर अब यह काम फिर शुरू हो रहा है . इस पाखण्ड को लहंद -खंड करनी की जरूरत है. इस अन्धविश्वाश की आड़ में कितने ही लोगों के घर लुट रहे हैं, इज्जत लुट रही हैं. आखिर लोग ये क्यों नहीं समझ पाते कि भगवान के घर किसी दलाल की नहीं चलती . वहाँ पर डायरेक्ट निवेदन दिए जाते हैं. अगर तुम्हें कोई दिक्कत है तो सीधे अपने मालिक से प्रार्थना करो, मगर शर्त ये है कि ये प्रार्थना सच्चे दिल से होनी चाहिए . फिर देखिये , तुम्हारा काम कैसे नहीं होता ? अगर छलनी में दूध काढोगे, और भगवान को याद करोगे तो कुछ फायदा होने वाला नहीं है, दूध को तो बाहर निकलना ही है . यह जान लीजिए कि हर काम होने के लिए होता है. पूरी इमानदारी से सच्चा और अच्छा प्प्रयास करिये सफलता आपके कदम चूमेगी. पाखंडी बाबाओं , ज्योतिषों के चक्कर में पड़कर धन और समय को बर्बाद न करें. सरकार को चाहिए कि तुरंत इस तरह के धोखाधड़ी केन्द्रों को बंद कराये .

- मुकेश कुमार मासूम










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